मानव वास्तव में कौन होता है
वास्तव में मानव कौन होता है। मानव वह होता है जोकि मनुष्य सद् भाव को देखते हुए अपने आप में अहंकार नहीं होना चाहिए मानव कभी नशा नहीं करता वह मानव कहलाता है मदिरा गोमांस सेवन नहीं करता वह मानव कहलाता है चोरी जारी नहीं करता वह मानव के कहलाता है रिश्वतखोरी चुगली खोरी नहीं करता वह मानव कहलाता है दूसरे की चीज को नहीं हड़प्पता वह महानव कहलाता है अपने आप में शील स्वभाव होता है वह मानव के लाता है जो दूसरे की बुराई नहीं करता वह मानव के लाता है मानव से देवता बनता है ।आज के मनुष्य को यह बुराइयां नहीं छूटती है इसलिए आप सभी से निवेदन है कि संत रामपाल जी महाराज की शरण ग्रहण करो और सत लोक चलो।